आदतन तुम ने कर दिये वादे
आदतन हम ने ऐतबार किया
तेरी राहों में हर बार रुक कर
हम ने अपना ही इन्तज़ार किया
अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार किया.....
~ Gulzar Saahab ~
थे अकेले पहले खुद से करते थे,
आदतन हमने तुमसे प्यार किया,
न भूले है न भूलेंगे ,
जो हस कर तुमने मुझे लाचार किया,
अब तो है ज़िंदगी रुक सी गयी ,
तुम्हारी शिकायतें भी थम सी गयी,
जब से तुमने मेरी दुनिया को पार किया,
क्या कहें तुमसे,
सुकून ऐसे ही मिल जाता है जब,
की ज़िंदगी को अपनी खुद पे वार दिया
हसी है क्या आदत ही नहीं रही जब ,
आदतन हमने अब दर्द लिया
तुम तो हस्ते हो ऐसे ही हस्ते रहना ,
हमने किया जो सज़ा भी मिले हमे
कहा खुद से कई बार ,
सुना हो या न सुना हो तुमने
अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार किया....:))*
~ Prasneet ~
आदतन हम ने ऐतबार किया
तेरी राहों में हर बार रुक कर
हम ने अपना ही इन्तज़ार किया
अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार किया.....
~ Gulzar Saahab ~
थे अकेले पहले खुद से करते थे,
आदतन हमने तुमसे प्यार किया,
न भूले है न भूलेंगे ,
जो हस कर तुमने मुझे लाचार किया,
अब तो है ज़िंदगी रुक सी गयी ,
तुम्हारी शिकायतें भी थम सी गयी,
जब से तुमने मेरी दुनिया को पार किया,
क्या कहें तुमसे,
सुकून ऐसे ही मिल जाता है जब,
की ज़िंदगी को अपनी खुद पे वार दिया
हसी है क्या आदत ही नहीं रही जब ,
आदतन हमने अब दर्द लिया
तुम तो हस्ते हो ऐसे ही हस्ते रहना ,
हमने किया जो सज़ा भी मिले हमे
कहा खुद से कई बार ,
सुना हो या न सुना हो तुमने
अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब
ये गुनाह हम ने एक बार किया....:))*
~ Prasneet ~